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“कमेन्ट के कोड की नई प्रणाली का फंडा”

RAJ KAMAL - कांतिलाल गोडबोले फ्राम किशनगंज
RAJ KAMAL - कांतिलाल गोडबोले फ्राम किशनगंज
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दोस्तों बहुत समय पहले की बात है की जागरण जंक्शन के मंच पर एक “डैनीअल” नाम के ईसाई ब्लागर हुआ करते थे …… एक बार जागरण ने उनकी साम्प्रदायिकता तथा धार्मिक उन्माद फैलाने वाली किसी पोस्ट पर प्रतिबन्ध लगा दिया …… बस उसके बाद से ही वोह तथा उनके साथी अपने हाथ धोकर इस मंच के पीछे पड़ गए है …… सबसे पहले तो उनके संगी साथियों ने ईसाई धर्म के प्रचार और प्रसार वाली सैंकडो पोस्टों की झड़ी लगा कर हमारा जीना दूभर कर दिया ….. जब ब्लागरों द्वारा इसके खिलाफ आवाज उठाने पर जागरण द्वारा उनका इलाज किया गया तो थोड़ी देर चुप बैठने के बाद अब उन लोगो ने फिर से सक्रिय होकर कमेन्ट्स की आशातीत झड़ी लगा कर हम सबको परेशान करना शुरू कर दिया है …….

                    जागरण द्वारा कमेन्ट का कोड कुछ मुश्किल करके इस समस्या का हल निकालने का प्रयास किया गया है ….. लेकिन इससे समस्या का पूर्ण की बजाय आंशिक समाधान ही हुआ है ….. क्योंकि ऐसे वाहियात कमेन्ट बिलकुल रुके तो नहीं है लेकिन उनके आने की रफ़्तार कम जरूर हो गई है …..

                                     वैसे यह देख कर बहुत ही राहत महसूस  हुई की जागरण फीडबैक द्वारा हमारे प्रिय सचिन भाजी को यह तस्सल्लीबख्श  जवाब दिया गया की “इन कमेन्ट्स से घबराने की कतई भी जरूरत नहीं है क्योंकि यह किसी प्रकार का नुक्सान नहीं पहुंचाते है” …….

                 अब बात करते है नए कोड सिस्टम की , जहाँ पर पुराने सिस्टम में सिर्फ इंग्लिश के वर्ड ही शामिल थे , लेकिन नए कोड में उनके साथ साथ एक से लेकर नौ तक के अंकगणित संख्याओं को भी शामिल कर दिया गया है …..

                             एक कहावत आपने भी सुनी होगी की  “गए तो थे नमाज बख्शवाने लेकिन उल्टा रोज़े गले पड़ गए” ……

                     यह नया  कोड सिस्टम ‘आसान से मुश्किल’ तो उन नामाकूलो के लिए बनाया गया था लेकिन जिस तरह गेंहू के साथ घुन भी पिसता है ठीक उसी तरह  इस की मुश्किलात  के ज्यादातर शिकार नियमित ब्लागर हो रहे है ….. इसमें निम्नलिखित समस्याएं पेश आ रही है :-

*जहाँ पर पुराने कोड में सिर्फ 6 अक्षर ही आ पाते थे , वोह कोड सातवा अक्षर  स्वीकार ही नहीं करता था ….. इस नए कोड में सातवा अक्षर भी स्वीकार कर लिया जाता है ….

*इंग्लिश का  J  अक्षर भरम पैदा करता है , देखने वाला यही समझता है की इसकी (j )       

 i   के आगे कोमा या फिर फुलस्टाप है , लेकिन अगर ऐसा हुआ तो कोड में छह की बजाय सात अक्षर हो जायेंगे , जो की टाइप करने पर इनवेलिड दर्शायेगा…..

*Y   अक्षर भी  U  का भरम डालता है …… इन दोनों की ही डंडी की लम्बाई में नाममात्र का ही अंतर है ….. आपको बस बहुत ही ध्यान से देखने पर ही इनमे अंतर मालूम पड़ पाएगा ……

*इसके बाद दो और अक्षर है P  और   Q  , इनमे भी डंडी की कम लम्बाई वाला लोचा है जिसका  की आपको खास तौर पर ख्याल रखना है  …….

*एक और अहम बात की मुझको नहीं लगता की किसी भी कोड में जीरों का इस्तेमाल होता है ….. इसलिए आप इंग्लिश के  O  अक्षर को  0 समझने की भूल कतई मत करे …..

                  दोस्तों तो यह तो थी मेरी तीसरी आँख द्वारा कोड का लेखा जोखा , क्योंकि मैं इस मंच पर परसों से ही वापिस आया हूँ इसलिए इस बारे में ज्यादा जानता भी नहीं हूँ ….. फिर भी अपनी तुच्छ समझ के मुताबिक जो देखा + समझा और महसूस किया तथा भोगा उस सारे अनुभव को आप सभी को अपना समझ कर आपके साथ सांझा कर लिया ……

                            दोस्तों आप  सभी मेरे बारे में कोई भी गलतफहमी मत पाल लेना की मैं कोई समाजसेवक + शरीफजादा + भलामानुष हूँ …… दरअसल इस सब में मेरा खुद का स्वार्थ छुपा हुआ है ….. मैं चाहता हूँ की आप सभी बिना किसी विघ्न और रुकावट के अपने कमेन्ट्स मेरी पोस्टों पर करे , उसी चक्कर में यह सब कवायद की है …..

                           आपका कम और खुद का ज्यादा शुभचिंतक

                                       राजकमल शर्मा

(एक और अहम बात की अगर आपके नेट की स्पीड कम (150- के आस पास) है तो भी आपको दिक्कत आएगी –तब सबमिट करते समय ही कोड बदल जाएगा …. आप कोड टाइप करने के बाद कुछ समय तक रुक जायेइगा , जब अपने आप नया बदला हुआ कोड दिखाई दे तभी उसको सबमिट करे )

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