Menu
blogid : 1662 postid : 720

धन्यवाद ! ‘जागरण जंक्शन’ संदेहों के समाधान का

RAJ KAMAL - कांतिलाल गोडबोले फ्राम किशनगंज
RAJ KAMAL - कांतिलाल गोडबोले फ्राम किशनगंज
  • 202 Posts
  • 5655 Comments

जागरण जंक्शन के सभी अधिकारी + सदस्य और ब्लागरों कों सबसे पहले तो लोहड़ी और मकर सक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं …..

आदरणीय सम्पादक मण्डल ,

                                             मैं दिन रात इस ब्लागिंग के बारे में ही सोचते हुए इसका ही जाप कर रहा था ….. मुझको पूरा विश्वाश था की एक ना एक दिन तो मुझको इस जागरण के भगवान के दर्शन जरूर होंगे ….. किस्मत से आज वोह दिन मेरी जिन्दगी में आया और मुझको मेरी तपस्या का फल इस रूप में मिला …..

                     सबसे पहले मैं आपका इस विषय पर लिखे लेख कों फीचर्ड करने पर तहेदिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ …. क्योंकि मैं जानता हूँ की मेरे पहले लिखे गए एक लेख “जागरण मेरी बीवी भई सबकी सरकार” की तरह आपके लिए इस पर  सर्वसम्मति से  फैसला लेना थोड़ा दुष्कर कार्य था ….. हालाँकि वोह लेख फीचर्ड होने के बावजूद फीचर्ड की लिस्ट में से गायब हो गया था ….

आप के इस कदम से जागरण के ब्लागरों में आपकी विश्वशनीयता हद दर्जे तक बढ़ गई है ….. दोनों तरफ आपस में एक विश्वाश का माहौल बना है ….. पारदर्शिता जोकि  बहुत ही जरूरी है उसके बारे में आपका आश्वासन जले-कटे  पर मरहम का काम कर गया है …..                      

अब कुछेक बाते  करता हूँ “जागरण सम्पादकीय ब्लाग स्टार प्रतियोगिता” और इसके नियमों के बारे में :-

 

*वैसे तो इस प्रतियोगिता के नाम से ही यह भली भांति स्पष्ट हो जाता है की यह जागरण के संपादकों के लिए ही है …… लेकिन भ्रम और भ्रांतियों के हालात उस शब्दावली से पैदा हुए, जिसमे बताया गया था कि अब आप भी इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते है…. यहाँ पर इस ‘आप’ शब्द ने ही हर तरह के संदेहों और उलझनों कों जन्म दिया…..

*जब भी किसी ने इस प्रतियोगिता में भाग लेने के तरीके के बारे में पूछा था तो उनको ना तो इनकार किया गया और ना ही कोई जवाब दिया गया, जिससे नए सन्देहों ने जन्म ले लिया….

*जब भी किसी ब्लोगर ने इस प्रतियोगिता में भाग लेकर लिख रहे आदरणीय सम्पादक महोदय से टिप्पणी द्वारा पूछ कर इस प्रतियोगिता के बारे में किसी भी प्रकार की कोई जानकारी मांगी, तब -२ उन सभी को बताने का आश्वाशन तो दिया गया, लेकिन बताया कभी भी कुछ नही गया….

*हम सभी ‘ज्ञान पिपासु ब्लागर कम जिज्ञासु’ इन सभी बातो से अनिश्चितता के भंवरजाल में उलझ कर रह गए….. क्योंकि सभी के सामने एक प्रतियोगिता हो रही थी …. लेकिन यह सपष्ट नही हो पा रहा था की वोह किस तरह से इस में भाग ले सकते है , क्योंकि उनको यही पता नही था की  वोह इसमें  भाग लेने की  पात्रता ही नही रखते/रखती है …..

*यहाँ पर वैसे तो सभी समझदार और जिम्मेदार ब्लोगर है…. लेकिन इसके साथ -२ कुछेक मेरे जैसे टेढ़े दिमाग के भी चुनिन्दा ब्लोगर है…. तो हम सभी सीधे और टेढ़े राजा जनक की तरह जिज्ञासु ब्लागरों की शंकायो और संदेहों का आप भविष्य में भी ऋषि अष्टावक्र की तरह समाधान करते रहेंगे, लेकिन प्रथम चरण पर ही….. ताकि शुरू में शक का कोई  छोटा सा बुलबुला बाद में कोई बहुत बड़ा साइक्लोन ना बन सके ….

                   उम्मीद करता हूँ की मेरे सभी ब्लोगर साथी हम सभी के प्यारे इस जागरण मंच की उन्नति + आन + बान और शान कों इसी प्रकार बढ़ता हुआ देखेंगे , भविष्य में नयी -२ बुलन्दियों कों छूते हुए ….. इसी शुभकामना और सुनहरे भविष्य की आशा के साथ ….

                                       एक अदना सा ब्लोगर

                                           राजकमल शर्मा   

                                     

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh